शुक्र ग्रह विवाहिक जीवन का आधार और उपाय

शुक्र ग्रह विवाहिक जीवन का आधार और उपाय

मित्रों शुक्र ग्रह सोरमंडल में सबसे चमकीला ग्रह है| शुक्र को ज्योतिष में विवाहिक जीवन का कारक माना गया है | यदि विवाहिक जीवन में किसी भी प्रकार की बाधा आ रही हो तो शुक्र आपको अवस्य ही मंदी हालत में मिलेगा | शुक्र हमारे शरीर में वीर्य शक्ति का कारक होता है इसका कमजोर होना जातक को शारीरिक रूप से कमजोर बनादेता है| जिसका शुक्र मजबूत होगा उसके चहरे पर एक गजब की आभा होगी| शुक्र आज के युग में ऐश आराम की जिन्दगी का कारक है बगैर अच्छे शुक्र के ऐस्वर्य पूर्ण जीवन जीना मुस्किल होता है| शुक्र विवाहिक जीवन का आधार होता है इसिलिय आपकी कुंडली में शुक्र के भाव के हिसाब से उपाय लिख रहा हूँ यदि आपको शुक्र जनित दुस्प्रभाव मिल रहे है तो आप ये सामान्य उपाय कर सकते है|
यदि आपकी कुंडली में शुक्र पहले भाव में है तो तो आप गौदान ,सतनाजा, हरा चारा, जो, सरसों आदि का दान करके शुक्र के शुभ प्रभाव प्राप्त कर सकते है| यदि आप शादी के बाद दुखी है तो कन्यादान करे और यदि स्त्री जातिका की कुंडली है तो उसे गौ दान करना चाहिय | जातक को पराई औरत से परहेज करना चाहिए और दिन के समय शारीरिक सम्बन्ध नही बनाने चाहिए|

दुसरे भाव में शुक्र हो तो दो किलो आलू उबालकर ठंठे होने पर गाय को खिलाने चाहिए| दो किलो गाय का घी मन्दिर में दान करना चाहिए| अंदरूनी तोर पर किसी की बुराई नही करनी चाहिए जातक को नुक्सान होगा|

तीसरे भाव में शुक्र हो तो जातक की पत्नी उसका कंधा से कंधा मिलाकर चलने वाली और पति पर आने वाली किसी भी मुसीबत को पहले खुद पर लेने वाली होगी लेकिन यदि जातक किसी पराई औरत के चक्कर में पड़ जाएगा तो यहाँ का शुक्र अशुभ फल देना सुरु कर देगा | जातक को पराई औरत से हमेशा बचकर रहना चाहिए| यदि नोवें या ग्यारवें भाव में शुक्र के दुश्मन ग्रह हो तो उनका उपाय करे |

चोथे भाव में होने पर आडू की गुठली में छेद करके उसमे सुरमा भरकर किसी वीरान जगह दबा देना चाहिए }| जातक अपनी ही पत्नी से दोबारा शादी करे| संतान से सम्बन्धित समस्या होने पर घर की छत पर शहद का बर्तन दबा दें|

पंचम भाव में शुक्र होने पर यदि शुक्र से सम्बन्धित परेशानी होने पर जातक अपने गुप्त अंग दूध से धोवें| माँ बाप की मर्जी के खिलाफ शादी न करे| चाल चलन ठीक रखे| रोजी रोटी में बरकत के लिय माँ और गाय की सेवा करे|

छटे भाव में जिसका शुक्र हो उसकी पत्नी को अपने नंगे पैर जमीन पर नही रखना चाहिए| कोई बिमारी हो तो अपने गुप्त अंग दही से धोवें| चांदी की ठोस गोली अपने पास रखे |

सातवें भाव में शुक्र होने पर लाल गाय की सेवा करे|हर चारा सफेद गाय या कासे का बर्तन दान करे| शुक्र सात वाला यदि ब्याह शादी से सम्बन्धित व्यवसाय करे तो उसे लाभ होगा|

अस्ठ्म भाव में शुक्र होने पर काली गाय को आटे का पेडा आठ रविवार लगातार खिलाना चाहिए| किसी गंदे नाले में नील फूल बहाने चाह्हिये| धर्म स्थान में सर झुकाते रहना चाहिए और सफेद गाय का दान करना चाहिए| काली गाय की सेव हर मुसीबत से बचाएगी|

शुक्र नवम भाव में होने पर चांदी के चोरस टुकड़े किसी निम् के पेड़ में दबाने चाहिए| संतान के लिय तीर्थ यात्रा का उत्तम फल मिलेगा|

दसम भाव में शुक्र हो तो घर की पश्चिम दिशा की दिवार के पास आलू के पोधा लगाना चाहिए| इस भाव के शुक्र के लिय शनी का उपाय लाभ देता है बादाम मन्दिर में दान करने चाहिए काली गाय का दान करे| चाल चलन पर काबू रखे|

ग्यारवें भाव में शुक्र होने पर शादी के समय फेरों से पहले गाय का दान जरूरी होगा | संतान न हो रही हो तो बुध का उपाय करना होगा | मर्दाना ताकत की कमी हो तो स्वर्ण भस्म का प्रयोग करे|

शुक्र १२ भाव में होने पर यदि पत्नी की तबियत खराब रहती हो तो उसके वजन के बराबर हरा चारा दान करे| जातक अपनी पत्नी की सेवा और इज्जत करे क्योंकि जातक का भग्य उसकी पत्नी की मुठी में होगा क्योंकि यहाँ का शुक्र को कामधेनु गाय की संज्ञा दी गई है|

मित्रों इन सबके साथ आप हमेशा लक्ष्मी जी की पूजा करे| वस्त्र सलीके से पहने और फटे हुवे वस्त्र न पहने | चाल चलन पर काबू रखे| अपने भोजन में से एक हिस्सा निकाल कर अलग रख दें और उसे गाय को खिलाय|

इस प्रकार आप लाल किताब के उपाय से शुक्र के शुभ प्राप्त कर सकते है जो धन दोलत सुखी विवाहिक जीवन और ऐश्वर्य पूर्ण जिन्दगी का मालिक होता है|

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